Vivo OriginOS 6 की – एक ऐसा मोबाइल Operating System जिसने स्मार्टफोन डिज़ाइन की सोच को ही बदल दिया है।इसका सबसे खास और चर्चित हिस्सा है इसका “Liquid Glass Design”। नाम सुनने में ही शानदार लगता है, है ना? आइए जानते हैं, आखिर यह है क्या और इसे इतना खास क्यों कहा जा रहा है। Liquid Glass Design एक ऐसा विज़ुअल स्टाइल है जो आपकी स्क्रीन को जीवंत और प्राकृतिक महसूस कराता है।  इसका उद्देश्य सिर्फ एक ऑपरेटिंग सिस्टम नहीं, बल्कि एक सजीव, सांस लेती डिजिटल दुनिया बनाना था, जो यूजर और उसके डिवाइस के बीच एक भावनात्मक जुड़ाव कायम कर सके। और इसी उद्देश्य की बुनियाद पर खड़ा हुआ “लिक्विड ग्लास डिज़ाइन”।

    2025 में Vivo ने अपने स्मार्टफोन सिस्टम के लिए Vivo OriginOS 6 लॉन्च किया। इसका सबसे बड़ा आकर्षण है इसका नया Liquid Glass Design

    यह डिज़ाइन स्टाइल Vivo के इंटरफेस को पहले से कहीं ज्यादा प्रीमियम, स्मूद और जीवंत (dynamic) बनाती है।
    इसने न सिर्फ फोन के लुक और फील को बदल दिया, बल्कि स्मार्टफोन डिज़ाइन के ट्रेंड को भी एक नए स्तर पर पहुंचा दिया।

    लॉन्च के बाद से ही Vivo OriginOS 6 टेक दुनिया में चर्चा का विषय बना हुआ है — खासकर अपने Liquid Glass Design की वजह से।

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    लिक्विड ग्लास डिज़ाइन क्या है? दर्शन और सिद्धांत

    “लिक्विड ग्लास” नाम ही इसके दर्शन को समझने के लिए काफी है। इसे दो शब्दों में तोड़कर देखें:

    लिक्विड (तरल):
    इसका मतलब है बहाव और नरमी। Vivo OriginOS 6 में हर एनीमेशन, ट्रांजिशन और स्वाइप बहुत ही स्मूद और फ्लोइंग महसूस होता है — जैसे आप पानी में हाथ चला रहे हों, न कि किसी मशीन के बटन दबा रहे हों।

    ग्लास (काँच):
    इसका मतलब है पारदर्शिता और साफ़ दृश्यता। इसका इंटरफेस बिल्कुल साफ और सरल दिखता है, जिसमें आइकॉन, टेक्स्ट और तस्वीरें बहुत स्पष्ट और चमकदार लगते हैं। स्क्रीन देखते हुए ऐसा लगता है जैसे आप काँच के पार झाँक रहे हों।

    Liquid Glass Design एक ऐसी यूज़र इंटरफेस (UI) स्टाइल है, जिसमें हर चीज़ – जैसे आइकन, ट्रांजिशन और इफेक्ट्स – काँच जैसी पारदर्शी और चमकदार दिखती है।
    Vivo OriginOS 6 में यह डिज़ाइन हर जगह नजर आता है – होम स्क्रीन, लॉक स्क्रीन, वॉलपेपर और ऐप आइकन्स तक।

    जब आप कोई विजेट घुमाते हैं, नोटिफिकेशन खोलते हैं या ऐप फोल्डर स्वाइप करते हैं, तो सब कुछ बहुत स्मूद और फ्लोइंग लगता है।
    यह ऐसा अनुभव देता है जैसे स्क्रीन पर सब कुछ बह रहा हो — बिलकुल पानी की तरह।

    Vivo के एक डिज़ाइन हेड ने कहा,

    “हर swipe, scroll और tap नदी की तरह बहता है — बिना रुकावट या लैग के; बिल्कुल वैसे ही जैसा यूज़र अपने सपनों के फोन में चाहता है।”

    Vivo OriginOS 6 की खास बातें

    1. Curved Icons और Transparent Layers:
    नए गोल-घुमावदार (squircle) आइकन बनाए गए हैं जिनमें लाइट और शैडो इफेक्ट्स हैं। इससे हर आइकन में लेयर और गहराई का अहसास होता है।

    2. Dynamic Depth Effects:
    हर UI एलिमेंट में हल्की शैडोज़ और ट्रांसपेरेंसी दी गई है, जिससे इंटरफेस को 3D जैसा लुक मिलता है।

    3. Blur Transitions:
    जब आप नोटिफिकेशन या कोई ऐप खोलते हैं, तो बैकग्राउंड धीरे-धीरे ब्लर होता है। इससे ट्रांजिशन बहुत स्मूद लगता है।

    4. Resizable Widgets:
    खास Clock Widget अपने आकार को नोटिफिकेशन के हिसाब से बदल लेता है, जिससे स्क्रीन स्पेस बेहतर उपयोग होता है।

    5. Atomic Island:
    यह फीचर Apple के Dynamic Island जैसा है। इसमें म्यूज़िक, टाइमर, अलार्म या नोटिफिकेशन को एक फ्लोटिंग और इंटरेक्टिव विंडो में कंट्रोल किया जा सकता है।

    6. Customizable Quick Settings:
    नया Control Centre अब और भी पर्सनलाइज्ड है — इसमें विजेट्स, स्टैक्ड नोटिफिकेशन और क्विक सेटिंग्स को अपनी पसंद से एडजस्ट किया जा सकता है।

    परफॉर्मेंस और AI टूल्स—vivo originos 6 का असली गेमचेंजर

    Vivo OriginOS 6 सिर्फ खूबसूरत डिज़ाइन तक सीमित नहीं है, यह अंदर से भी बेहद तेज़, स्मूद और स्मार्ट है।
    इसका मकसद है यूज़र को ऐसा अनुभव देना जो हर समय फ्लूइड, लैग-फ्री और बुद्धिमान (AI-powered) महसूस हो।

    ​Blue River Smooth Engine

    यह सिस्टम का मुख्य परफॉर्मेंस इंजन है।
    यह हर ट्रांजिशन (जैसे ऐप खोलना, स्क्रॉल करना या स्वाइप करना) को स्मूद और बिना झटके के बनाता है।
    यहां तक कि गेमिंग या मल्टीटास्किंग के दौरान भी फोन में लैग या फ्रेम ड्रॉप्स नहीं होते।

    Dual Rendering Architecture

    यह फीचर सिस्टम की ग्राफिक्स परफॉर्मेंस को बढ़ाता है।
    इससे: फ्रेम स्टेबिलिटी (फ्रेम स्थिरता) में 11% सुधार आता है। Rendering efficiency (रेंडरिंग की क्षमता) 35% तक बढ़ जाती है। यानि गेम्स और ऐप्स ज्यादा स्मूद और विज़ुअली शार्प दिखते हैं।

    Super Core Engine

    यह फोन की स्पीड बढ़ाने वाला इंजन है।
    यह ऐप्स को 14% तक तेज़ खोलता है और लंबे समय तक इस्तेमाल के बाद भी सिस्टम को धीमा (slow) नहीं होने देता।
    यानि महीनों बाद भी फोन पहले दिन जैसा तेज़ चलता है।

    Photonic Layer

    यह एक खास ऑप्टिमाइजेशन तकनीक है जो CPU, RAM और स्टोरेज को साथ में मैनेज करती है।
    जब सिस्टम पर ज्यादा लोड होता है (जैसे कई ऐप्स खुले हों या बड़ा गेम चल रहा हो), तब भी यह फोन को तेज़ और स्थिर रखती है।

    AI Photo Cleanup

    अब AI की मदद से आप:

    • Live Photos से अनचाहे ऑब्जेक्ट्स हटा सकते हैं।
    • या ऑटोमैटिक स्मार्ट समरी (photo story) बना सकते हैं।
      साथ ही नया Circle Search 2.0 फीचर ऑन-स्क्रीन किसी भी चीज़ को सीधे सर्च करने देता है — बस उसे सर्कल करें, और रिज़ल्ट मिल जाएगा।

    Scene Intelligence 2.0

    यह सिस्टम आपके उपयोग के हिसाब से बैटरी का सही इस्तेमाल करना सीखता है।
    वीडियो कॉलिंग, गेमिंग या शॉर्ट वीडियो देखने जैसे कामों में यह बैटरी लाइफ को 7% से 18% तक बढ़ा देता है।

    Vivo OriginOS 6 ने यह साबित किया है कि एक अच्छा यूज़र एक्सपीरियंस सिर्फ डिज़ाइन से नहीं, बल्कि स्मार्ट और तेज़ सिस्टम परफॉर्मेंस से भी आता है। इसका Blue River Engine और AI टूल्स मिलकर इसे Vivo का अब तक का सबसे उन्नत और बुद्धिमान सॉफ्टवेयर अनुभव बनाते हैं।

    लिक्विड ग्लास डिज़ाइन के प्रमुख तत्व: एक गहन विश्लेषण

    Neumorphic Design और चमकदार रंग:
    Vivo OriginOS 6 ने न्यूमॉर्फिज़म (Neumorphism) नाम की डिज़ाइन स्टाइल अपनाई है। इसमें आइकॉन ऐसे दिखते हैं जैसे वे स्क्रीन से बाहर उभरे हों या अंदर दबे हों। हल्की शैडो (छाया) और हाइलाइट्स से यह असर और भी सुंदर लगता है, जिससे एक काँच जैसी फीलिंग मिलती है।
    साथ ही, इसके रंग बहुत जीवंत (vibrant) और यथार्थ (realistic) हैं — ऐसा लगता है मानो स्क्रीन पर लाइव वॉलपेपर चल रहा हो। ये रंग पूरे इंटरफेस में “लिक्विड” यानी बहाव और जान भर देते हैं।

    2. स्मूद एनीमेशन और ट्रांजिशन:
    यह Vivo OriginOS 6 की सबसे खास बातों में से एक है। इसमें कोई भी एनीमेशन अचानक या झटकेदार नहीं लगता।
    जब आप किसी ऐप को खोलते, बंद करते या स्क्रीन पर स्वाइप करते हैं, तो सब कुछ बहुत प्राकृतिक और मुलायम (fluid) महसूस होता है।
    यह ऐसा है जैसे चीजें पानी या हवा में धीरे-धीरे चल रही हों, जिससे फोन चलाना एक सुखद अनुभव बन जाता है।

    3. साफ-सुथरा लेआउट और खाली जगह:
    ‘ग्लास’ की पारदर्शिता बनाए रखने के लिए, Vivo ने इंटरफेस को बहुत क्लीन और सरल रखा है।
    आइकॉन के बीच पर्याप्त खाली जगह (white space) दी गई है, और टेक्स्ट (फॉन्ट) ऐसा चुना गया है जो आसान और पढ़ने में आरामदायक लगे।
    इससे ध्यान सिर्फ कंटेंट पर रहता है, न कि UI के अव्यवस्था पर। पूरी होम स्क्रीन एक सुंदर डिजिटल गैलरी जैसी लगती है।

    4. असली दुनिया की झलक (Real-world feel):
    Vivo OriginOS 6 ने स्क्यूमॉर्फिज़म (Skeuomorphism) को नया रूप दिया है — यानी असली चीज़ों को डिजिटल रूप में दिखाना।
    जैसे, कैलेंडर, घड़ी और नोट्स ऐप को ऐसे डिज़ाइन किया गया है कि वे असली वस्तुओं जैसे दिखें, लेकिन आधुनिक और स्टाइलिश अंदाज में।
    इससे यूज़र को एक परिचित और आरामदायक अनुभव मिलता है — जैसे तकनीक और असली दुनिया आपस में जुड़ गए हों।

    विशेषज्ञों और यूजर्स की क्या राय

    तकनीकी विशेषज्ञों का कहना है कि Vivo OriginOS 6 ने न सिर्फ Apple के UI डिज़ाइन स्तर को छुआ है, बल्कि अपनी परफॉर्मेंस और AI फीचर्स के साथ स्मार्टफोन इंटरफेस के लिए एक नया मानक (new standard) भी बनाया है।

    कुछ लोग इसे “iOS 26 की Android शैली में झलक” कहते हैं, यानी इसका डिज़ाइन कुछ हद तक Apple जैसा लगता है।
    वहीं, कई विशेषज्ञ मानते हैं कि यह डिज़ाइन एंड्रॉयड दुनिया के लिए भविष्य का बेंचमार्क बन सकता है।

    “OriginOS 6 की तेज़ लोकप्रियता और यूज़र्स का सकारात्मक रिस्पॉन्स दिखाता है कि लोग अब स्मूद डिज़ाइन और AI पावर को ज़्यादा महत्व दे रहे हैं।”

    एक्सपर्ट्स का यह भी मानना है कि अगर OnePlus, Xiaomi, Samsung जैसे ब्रांड्स भी इस Liquid Glass डिज़ाइन को अपनाते हैं,

    Real World Examples: कैसा है यूज़र्स का अनुभव?

    कई Vivo X300 और iQOO 15 सीरीज़ के यूज़र्स के मुताबिक, “vivo originos 6” अपडेट के बाद उन्हें अपने फोन के UI में न सिर्फ ग्राफिकल फ्रेशनेस दिखी, बल्कि एनिमेशन्स में भी iPhone जैसा स्मूथनेस फील हुआ।

    मान लीजिए आप Vivo OriginOS 6 वाला फोन इस्तेमाल कर रहे हैं:

    • सुबह का अलार्म: आपका अलार्म बजता है। स्क्रीन पर दिखने वाला घड़ी का विजेट एक न्यूमॉर्फिक स्टाइल में होता है, जिसमें हल्की सी गहराई और शैडो दिखती है। इसे बंद करते ही, एनीमेशन एक तरल की तरह सिकुड़कर गायब हो जाता है।
    • वेदर ऐप चेक करना: आप वेदर ऐप खोलते हैं। ऐप ओपन होते समय जो एनीमेशन दिखता है, वह बिल्कुल उस तरह का होता है जैसे कोई तरल फैल रहा हो। मौसम के हिसाब से बैकग्राउंड में एनिमेटेड इफेक्ट्स (जैसे बारिश, बर्फ) दिखते हैं, जो एक लाइव वॉलपेपर जैसा अनुभव देते हैं।
    • फोटो गैलरी ब्राउज करना: गैलरी में फोटोज को स्क्रॉल करते वक्त, छवियां एक दूसरे से सहजता से जुड़ती और अलग होती हुई महसूस होती हैं, कोई झटका नहीं लगता।

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    निष्कर्ष:

    Vivo OriginOS 6 और इसका लिक्विड ग्लास डिज़ाइन स्मार्टफोन UI डिज़ाइन के इतिहास में एक मील का पत्थर साबित हुआ। इसने यह साबित किया कि एक ऑपरेटिंग सिस्टम सिर्फ फंक्शनल ही नहीं, बल्कि कलात्मक और भावनात्मक रूप से समृद्ध भी हो सकता है। इसने यूजर्स के मन में एक नई उम्मीद जगाई कि उनका फोन सिर्फ एक मशीन नहीं, बल्कि एक सुंदर और सहज डिजिटल साथी हो सकता है।

    भले ही आज Vivo OriginOS 6 के बाद के वर्जन मार्केट में हैं, लेकिन लिक्विड ग्लास डिज़ाइन की विरासत आज भी OriginOS की रीढ़ की हड्डी बनी हुई है। यह एक ऐसी डिज़ाइन भाषा की शुरुआत थी जो आज भी विकसित हो रही है और Vivo के स्मार्टफोन्स को एक अलग पहचान देती है। इसलिए, अगली बार जब आप किसी Vivo फोन की स्क्रीन को देखें, तो उसकी सहजता और सुंदरता के पीछे Vivo OriginOS 6 के उसी क्रांतिकारी दर्शन को याद जरूर करें।